हिन्दी भारत की राजभाषा ही नहीं है बल्कि वैश्विक धरातल पर बोली जाने वाली दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी भाषा भी है। इतना ही नहीं, व्यापार और कॉर्पोरेट जगत में भी संपर्क भाषा के रूप में इसने अपनी अलग पहचान बना ली है। हिन्दी का यह लघु पाठ्यक्रम स्नातक स्तर का है, जिसमें विशेष रूप से विद्यार्थियों में भाषा-कौशल विकसित करने के साथ-साथ सही जीवन-दृष्टि का विकास करने पर विशेष बल दिया गया है।
इसमें निहित हिंदी साहित्य विद्यार्थियों में जहाँ भारतीय सामाजिक-सांस्कृतिक संदर्भों के साथ-साथ मानव-मूल्यों को जानने-परखने की सही समझ विकसित करेगा, वहीं इसके माध्यम से रोजगारपरक भाषा-कौशल विकसित करने पर भी विशेष ज़ोर दिया गया है। इनमें अनुवाद, हिंदी में कम्प्यूटर और इंटरनेट पर कार्य करना, सरकारी एवं व्यावसायिक पत्र-लेखन, विज्ञापन-लेखन, समाचार-लेखन एवं सम्पादन कला, पटकथा एवं संवाद-लेखन आदि का व्यावहारिक स्तर पर ज्ञान कराना प्रमुख है। इसके अतिरिक्त इस पाठ्यक्रम में शुद्ध एवं प्रभावी ढंग से बोलने की कला भी विकसित करने पर जोर दिया जाएगा, जिससे विद्यार्थियों में अपनी बात प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत करने की क्षमता विकसित हो सके।